छत्तीसगढ़ के इतिहास, संस्कृति और समाज को गढ़ने वाले महान व्यक्तित्वों की सूची
छत्तीसगढ़ की धरती केवल प्राकृतिक संसाधनों और सांस्कृतिक धरोहरों से ही नहीं, बल्कि अनेक ऐसे महान पुरुषों और महिलाओं से भी समृद्ध है जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभाई। चाहे वह स्वतंत्रता संग्राम हो, साहित्य, लोककला, पत्रकारिता या धर्म—हर क्षेत्र में छत्तीसगढ़ ने ऐसे व्यक्तित्व दिए हैं जिनका योगदान अमूल्य रहा है।
नीचे उन महान विभूतियों की सूची दी जा रही है, जिन्हें उनके कार्यों के आधार पर विशेष उपाधियों से नवाज़ा गया है:
समाज, प्रशासन और सहयोग के क्षेत्र में:
छत्तीसगढ़ का सहकारिता पुरुष – रामगोपाल तिवारी
छत्तीसगढ़ में सहकारिता के जनक – ठाकुर प्यारेलाल
दुर्ग जिले में सहकारिता के जनक – पं. रत्नाकर झा
रायपुर जिले में सहकारिता के जनक – वामनराव लाखे
पत्रकारिता, शिक्षा और साहित्य:
छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता के जनक – माधवराव सप्रे
छत्तीसगढ़ी भाषा की प्रथम महिला साहित्यकार – निरूपमा शर्मा
छत्तीसगढ़ के वाल्मीकि – गोपाल मिश्र
छत्तीसगढ़ का पाणिनी – हीरालाल काव्योपाध्याय
स्वतंत्रता संग्राम और क्रांतिकारी विचार:
छत्तीसगढ़ का मंगल पांडे – हनुमान सिंह
छत्तीसगढ़ का भगत सिंह – परसराम सोनी
छत्तीसगढ़ का तात्या टोपे – गुंडाधुर
छत्तीसगढ़ का गांधी – पं. सुंदरलाल शर्मा
बस्तर का गांधी – मनकू राम सोढ़ी
छत्तीसगढ़ के प्रथम शहीद – वीर नारायण सिंह
1857 की क्रांति के अंतिम शहीद – सुरेन्द्र साय
विधान, धर्म और सामाजिक परिवर्तन:
मध्यप्रांत के विधानपुरुष – घनश्याम सिंह गुप्त (1937)
मध्यप्रदेश के विधानपुरुष – मथुरा प्रसाद दुबे (1981)
ईसाई धर्म के प्रथम प्रचारक – फादर टी. लोर (1868)
छत्तीसगढ़ में सतनामपंथ के प्रवर्तक – संत गुरु घासीदास जी
छत्तीसगढ़ में कबीरपंथ के संस्थापक – चूड़ामणि साहब
कला, संस्कृति और लोक परंपराएँ:
नाचा के जनक – दाऊ दुलार सिंह मंदराजी
पंडवानी के जनक – झाडूराम देवांगन
लोककला के उद्धारक – दाऊ रामचंद्र देशमुख
लोककला के पुजारी – महासिंह चंद्राकर
छत्तीसगढ़ की लता मंगेशकर – किस्मतबाई देवार
निष्कर्ष:
इन उपाधियों और प्रवर्तकों को जानना छत्तीसगढ़ के इतिहास को समझने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। ये न केवल परीक्षा की दृष्टि से उपयोगी हैं, बल्कि छत्तीसगढ़ की पहचान और विरासत को समझने में भी सहायक हैं।
📌 अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q. छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता के जनक कौन हैं?
👉 माधवराव सप्रे।
Q. छत्तीसगढ़ का तात्या टोपे किसे कहा जाता है?
👉 गुण्डाधुर।
Q. छत्तीसगढ़ में सतनाम पंथ के प्रवर्तक कौन थे?
👉 संत गुरु घासीदास जी।
Q. छत्तीसगढ़ की लता मंगेशकर किसे कहा जाता है?
👉 किस्मतबाई देवार।
Q. छत्तीसगढ़ का गांधी किसे कहा जाता है?
👉 पं. सुंदरलाल शर्मा।