प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना

प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना: अब हर घर बनेगा ऊर्जा का उत्पादन केंद्र

भारत सरकार ने 29 फरवरी 2024 को ‘प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना’ की शुरुआत की, जो सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने और आम नागरिकों को मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने की एक क्रांतिकारी पहल है। यह योजना न सिर्फ बिजली के खर्च को कम करेगी, बल्कि पर्यावरण-संरक्षण और आत्मनिर्भर ऊर्जा क्षेत्र की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।


🔆 योजना का परिचय

  • योजना का नाम: प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना

  • शुरुआत की तिथि: 29 फरवरी 2024

  • लक्ष्य वर्ष: मार्च 2027 तक

  • प्रमुख उद्देश्य: सौर ऊर्जा आधारित मुफ्त घरेलू बिजली उपलब्ध कराना।


🎯 योजना का उद्देश्य

  • रूफटॉप सोलर प्लांट को प्रोत्साहित करना।

  • नागरिकों को 300 यूनिट प्रति माह मुफ्त बिजली प्रदान करना।

  • ऊर्जा आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना।

  • पर्यावरण-संरक्षण और कार्बन उत्सर्जन में कमी


⚡ सौर संयंत्र की क्षमता

इस योजना के अंतर्गत निम्नलिखित क्षमता वाले सोलर संयंत्र लगाए जा सकते हैं:

संयंत्र क्षमता

विवरण

न्यूनतम

1 किलोवाट

अधिकतम

500 किलोवाट


🎯 लक्ष्य (Target)

  • मार्च 2027 तक छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में 5 लाख घरेलू उपभोक्ताओं की छतों पर रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने का लक्ष्य निर्धारित है।


💡 प्रमुख लाभ

लाभ

विवरण

💸 300 यूनिट मुफ्त बिजली प्रति माह

जिससे घरेलू बिजली बिल लगभग समाप्त हो जाएगा।

☀️ ऊर्जा आत्मनिर्भरता

उपभोक्ता खुद अपनी जरूरत की बिजली उत्पन्न कर सकेंगे।

🌱 पर्यावरणीय लाभ

ग्रीन एनर्जी से प्रदूषण में कमी।

🏠 छत का बेहतर उपयोग

घर की छतें अब ऊर्जा उत्पादन का केंद्र बनेंगी।


💰 अनुदान की राशि (Subsidy)

सरकार द्वारा दिए जाने वाले अनुदान की विवरणी इस प्रकार है:

संयंत्र क्षमता

अनुदान राशि

1 किलोवाट

₹30,000

2 किलोवाट

₹60,000

3 किलोवाट

₹78,000

नोट: इससे अधिक क्षमता के संयंत्रों पर अनुदान की राशि अलग से तय की जाती है।


📝 आवेदन कैसे करें?

  1. https://pmsuryaghar.gov.in वेबसाइट पर जाएं।

  2. छत की जानकारी, बिजली कनेक्शन विवरण और पहचान पत्र अपलोड करें।

  3. DISCOM द्वारा अनुमोदन के बाद संयंत्र स्थापना कराई जा सकती है।

  4. सत्यापन के बाद सब्सिडी की राशि सीधे आपके खाते में जमा की जाती है।


🏁 निष्कर्ष

प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना एक ऐसी पहल है जो भारत को “ऊर्जा आत्मनिर्भरता” की ओर ले जा रही है। इस योजना से नागरिकों को न केवल आर्थिक राहत मिलेगी, बल्कि पर्यावरण को भी नया जीवन मिलेगा। यह समय है “छत से क्रांति” लाने का — जहां हर घर बिजली का उत्पादन केंद्र बने।

You cannot copy content of this page

Scroll to Top