छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण एवं अन्य पिछड़ा वर्ग क्षेत्र विकास प्राधिकरण

छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण एवं अन्य पिछड़ा वर्ग क्षेत्र विकास प्राधिकरण: समावेशी विकास की दिशा में एक मजबूत पहल

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा वर्ष 2012 में गठित और जुलाई 2024 में पुनर्गठित यह प्राधिकरण राज्य के ग्रामीण एवं पिछड़े क्षेत्रों के त्वरित और सर्वांगीण विकास के उद्देश्य से कार्यरत है। इस प्राधिकरण की योजनाएं स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, पशुपालन, जल संरक्षण, जैविक खाद, स्वच्छता, हस्तशिल्प, पर्यटन और कौशल विकास जैसे विविध क्षेत्रों को समर्पित हैं।


📌 योजना का परिचय

तत्व

विवरण

🏢 प्राधिकरण का नाम

छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण एवं अन्य पिछड़ा वर्ग क्षेत्र विकास प्राधिकरण

🗓️ गठन

वर्ष 2012

🔄 पुनर्गठन

जुलाई 2024

🎯 उद्देश्य

ग्रामीण क्षेत्रों का समग्र, समावेशी और त्वरित विकास


🎯 उद्देश्य

यह प्राधिकरण राज्य के ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों को आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से सशक्त बनाने हेतु बहुआयामी कार्य करता है। इसके अंतर्गत निम्नलिखित प्रमुख उद्देश्य शामिल हैं:

  • ग्रामीण अंचलों में मौलिक सुविधाओं की उपलब्धता

  • स्वास्थ्य और पोषण सेवाओं का सुदृढ़ीकरण

  • शिक्षा और अधोसंरचना का विकास

  • कृषि, पशुपालन और आय वृद्धि के साधनों को बढ़ावा

  • ग्रामीण युवाओं के लिए कौशल प्रशिक्षण की सुविधा

  • जैविक खाद, जल संरक्षण, हस्तशिल्प और पर्यटन को बढ़ावा देना


🔧 प्रमुख कार्य क्षेत्र

🏥 स्वास्थ्य एवं पोषण

  • सामुदायिक व व्यक्तिगत पोषण व्यवस्था

  • स्वास्थ्य सेवाओं की सुविधा

📘 शिक्षा

  • अतिरिक्त कक्षों का निर्माण

  • शाला भवनों का रखरखाव

  • लैब उपकरण और खेल सामग्री का क्रय

  • छात्रावास एवं आश्रमों का रखरखाव

💧 पेयजल एवं जल संरक्षण

  • जल संरक्षण योजनाएं

  • लघु और सूक्ष्म जल योजनाओं का क्रियान्वयन

🐄 पशु सेवा

  • चारा उत्पादन

  • पशुओं का टीकाकरण

  • गोबर खाद निर्माण

  • कांजी हाउस और गीठान निर्माण

🌱 जैविक खाद

  • जैविक खाद का उत्पादन और प्रचार-प्रसार

💰 गरीबी उन्मूलन एवं आयवृद्धि

  • लघु वनोपज आधारित प्रसंस्करण इकाइयां

  • खाद्य प्रसंस्करण और बागवानी फसलों को बढ़ावा

  • कोल्ड स्टोरेज और पौधा संरक्षण संयंत्र की स्थापना

🛠️ कौशल उन्नयन

  • ग्रामीणों को रोजगारपरक कौशल प्रशिक्षण

🔋 सौर ऊर्जा

  • सौर उपकरणों का क्रय एवं उपयोग

🏛️ सांस्कृतिक और पर्यटन विकास

  • सांस्कृतिक, पुरातात्विक व पर्यटन स्थलों का संरक्षण और जीर्णोद्धार

🚿 स्वच्छता

  • स्वच्छता से जुड़े अधोसंरचना कार्य

🧶 हस्तशिल्प और हथकरघा

  • स्थानीय कारीगरों को सहायता और उत्पादों को प्रोत्साहन


🌟 निष्कर्ष

छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण एवं अन्य पिछड़ा वर्ग क्षेत्र विकास प्राधिकरण राज्य के पिछड़े और ग्रामीण अंचलों को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने की दिशा में बहुआयामी योजनाओं के माध्यम से कार्य कर रहा है। यह प्राधिकरण ग्रामीण जीवनशैली की गुणवत्ता सुधारने, आय बढ़ाने, और स्थायी विकासके लिए आधार प्रदान करता है।

जब हर गाँव में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और संस्कृति की रोशनी पहुँचेगी, तभी सच्चे अर्थों में “विकसित छत्तीसगढ़” का सपना साकार होगा।

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