
जानें दिव्यांगजनों के लिए छात्रवृत्ति योजना की पूरी जानकारी – पात्रता, लाभ, मासिक राशि और आवेदन प्रक्रिया। दृष्टिबाधित विद्यार्थियों के लिए वाचक भत्ता की जानकारी भी शामिल।
📌 परिचय
शिक्षा हर व्यक्ति का अधिकार है, चाहे वह किसी भी परिस्थिति में क्यों न हो। दिव्यांग (विकलांग) विद्यार्थियों को शिक्षित करने एवं उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से सरकार द्वारा “दिव्यांगजनों के लिए छात्रवृत्ति योजना” संचालित की जा रही है। यह योजना शारीरिक रूप से असमर्थ विद्यार्थियों को आर्थिक सहायता देकर उनकी शिक्षा को सुगम बनाती है।
🎯 उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य दिव्यांग छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग देना है, जिससे वे भी समाज की मुख्यधारा में आगे बढ़ सकें।
👩🏫 पात्रता
मापदंड | विवरण |
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विद्यार्थी स्तर | प्राथमिक, पूर्व-माध्यमिक, माध्यमिक एवं महाविद्यालयीन (कॉलेज) स्तर के छात्र |
विशेष स्थिति | केवल दिव्यांग (विकलांग) छात्र ही पात्र हैं |
दस्तावेज | दिव्यांगता प्रमाण पत्र, अध्ययन प्रमाण पत्र, बैंक खाता विवरण आदि |
💰 छात्रवृत्ति राशि
कक्षा/स्तर | मासिक छात्रवृत्ति |
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प्राथमिक से कॉलेज स्तर तक | ₹150 से ₹190 प्रति माह |
दृष्टिबाधित विद्यार्थियों हेतु | ₹100 प्रति माह वाचक भत्ता (Reader Allowance) |
वाचक भत्ता उन छात्रों को मिलता है जो स्वयं पढ़ने में असमर्थ होते हैं और जिन्हें पढ़कर सुनाने के लिए सहायक की आवश्यकता होती है।
📋 योजना की विशेषताएँ
योजना राज्य सरकार द्वारा संचालित है।
यह सभी पंजीकृत स्कूलों और कॉलेजों में अध्ययनरत दिव्यांग छात्रों के लिए है।
छात्रवृत्ति राशि सीधे बैंक खाते में DBT के माध्यम से ट्रांसफर की जाती है।
इससे विद्यालय ड्रॉपआउट दर में कमी आती है और बालकों को शिक्षा के लिए प्रेरणा मिलती है।
🏫 आवेदन प्रक्रिया
विद्यालय/कॉलेज से आवेदन पत्र प्राप्त करें या ऑनलाइन पोर्टल (यदि उपलब्ध हो) से डाउनलोड करें।
आवश्यक दस्तावेज जैसे –
दिव्यांग प्रमाण पत्र
विद्यालय/कॉलेज से अध्ययन प्रमाण पत्र
आधार कार्ड और बैंक पासबुक की प्रति
आवेदन पत्र को भरकर विद्यालय/कॉलेज या जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जमा करें।
📌 आर्थिक सर्वेक्षण और प्रभाव
इस योजना के माध्यम से हजारों दिव्यांग विद्यार्थियों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा गया है। यह योजना समान अवसर, सम्मान और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक सशक्त प्रयास है।
✅ निष्कर्ष
दिव्यांगजनों के लिए छात्रवृत्ति योजना उन विद्यार्थियों के लिए आशा की किरण है, जो अपनी शारीरिक चुनौतियों के बावजूद शिक्षा से जुड़ना चाहते हैं। यह न केवल आर्थिक सहायता देती है, बल्कि समाज में उनके आत्मसम्मान को भी बढ़ाती है। सरकार द्वारा उठाया गया यह कदम समावेशी शिक्षा (Inclusive Education) की दिशा में बेहद सराहनीय है।