
जानिए छत्तीसगढ़ शासन की निःशक्तजन सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना की पूरी जानकारी – पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, UPSC/CGPSC परीक्षा पास करने पर मिलने वाले लाभ।
📌 परिचय
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर और प्रेरित करने हेतु अनेक कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जाती हैं। इन्हीं में से एक है “निःशक्तजन सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना”, जिसका उद्देश्य है दिव्यांग मेधावी युवाओं को सिविल सेवा जैसी प्रतिष्ठित सेवाओं में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करना।
🎯 उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य दिव्यांग अभ्यर्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी और सफलता के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है, ताकि वे समाज की मुख्यधारा में शामिल होकर राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभा सकें।
👤 पात्रता
अभ्यर्थी छत्तीसगढ़ राज्य का मूल निवासी हो।
वह दिव्यांग (निःशक्त) श्रेणी में आता हो (मान्य मेडिकल प्रमाण-पत्र सहित)।
उम्मीदवार ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) या छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) की परीक्षाएं दी हों।
💰 आर्थिक लाभ
परीक्षा चरण | सहायता राशि (एकमुश्त) |
---|---|
प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण | ₹20,000/- |
मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण | ₹30,000/- |
अंतिम चयन (UPSC/CGPSC) | ₹50,000/- |
यह प्रोत्साहन राशि प्रत्येक चरण में अलग-अलग दी जाती है और सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है।
📋 आवेदन प्रक्रिया
अभ्यर्थी को अपने परिणाम/प्रमाण पत्र, दिव्यांगता प्रमाण-पत्र, एवं निवास प्रमाण-पत्र सहित आवेदन पत्र तैयार करना होता है।
आवेदन पत्र सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग या जिला कार्यालय में जमा करना होता है।
पात्रता की पुष्टि के बाद प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है।
📌 आवश्यक दस्तावेज
दिव्यांगता प्रमाण-पत्र (सरकारी मेडिकल बोर्ड से प्रमाणित)
UPSC या CGPSC का परीक्षा परिणाम प्रमाण पत्र
मूल निवास प्रमाण-पत्र (छत्तीसगढ़)
बैंक पासबुक की छायाप्रति
आधार कार्ड
🔍 योजना की विशेषताएँ
दिव्यांगजनों को प्रेरणा देने वाली योजना
आर्थिक सहायता के माध्यम से उच्च सेवाओं में अवसर
UPSC और CGPSC दोनों परीक्षाओं में मान्य
प्रत्येक परीक्षा स्तर पर सीमित लेकिन प्रभावी प्रोत्साहन
✅ निष्कर्ष
निःशक्तजन सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना केवल एक सहायता योजना नहीं है, यह सम्मान, आत्मनिर्भरता और प्रोत्साहन का प्रतीक है। दिव्यांग युवाओं के लिए यह योजना उनके सपनों को साकार करने का माध्यम बन सकती है।
यदि आप या आपके जानने वाले कोई दिव्यांग अभ्यर्थी हैं जो सिविल सेवाओं की तैयारी कर रहे हैं, तो इस योजना की जानकारी अवश्य साझा करें।